1Answer
पारितंत्र के आहार श्रृंखला में क्रमबद्ध तरीके से कई जीव एक दूसरे से जुड़े रहते हैं। जिस पारितंत्र के आहार श्रृंखला का प्रत्येक चरण एक पोषीस्तर को निरुपित करता है। पारिस्थितिक तंत्र में चार, पाँच या उससे भी अधिक पोषी स्तर की संभावनाएँ हो सकती हैं। इसे निम्न आहार श्रृंखला द्वारा समझा जा सकता है।
पेड़ → हिरण → बाघ →
यहाँ पेड़ - पौधा प्रथम पोषी स्तर है, हिरण द्वितीय पोषी स्तर हैं तथा बाघ तृतीय – एवं उच्चतम श्रेणी के पोषी स्तर हैं।
दो बैलों की कथा (Do Bailon Ki Katha) - प्रेमचंद्र की कहानी |
- answered 2 years ago
- Community wiki
Your Answer