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परावैद्युत पदार्थ विद्युत उदासीन होते हैं। जब इन्हें विद्युत क्षेत्र में रखा जाता है तो परावैद्युत पदार्थ के एक पृष्ठ पर ऋणावेश तथा दूसरे सम्मुख पृष्ठ पर धनावेश उत्पन्न हो जाते हैं। इस घटना को परावैद्युत का ध्रुवण कहते हैं।
परावैद्युत के ध्रुवण दो प्रकार के होते हैं।
- ध्रुवीय परावैद्युत का ध्रुवण।
- अध्रुवीय परावैद्युत का ध्रुवण।
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