ग्राम कचहरी से आप क्या समझते है? ग्राम कचहरी में किन-किन धाराओं की सुनवाई होगी?
ग्राम कचहरी क्या है?
ग्राम वासियों का सुलभ एवं सस्ता न्याय प्रदान करने हेतु बिहार पंचायत राज अधिनियम, 2006 के तहत ग्राम कचहरी की स्थापना का प्रावधान किया गया है| भारतीय संविधान के अनुच्छेद - 40 में यह वर्णित है कि राज्य सरकार पंचायत का गठन करेगी एवं पंचायत को स्वायत्ता इकाई के रूप में कार्य करने हेतु शक्ति एवं अधिकार प्रदान करेगी।
ग्राम कचहरी को कितना जुर्माना करने का अधिकार है?
धारा -107 के तहत ग्राम कचहरी को एक हजार रूपये तक जुर्माना करने की शक्ति दी गई है। बिहार पंचायत राज कानून 2006 के अधीन सरपंच, उप सरपंच व पंच को आईपीसी की धारा में 10 हजार रुपए तक के मामलों की सुनवाई व एक हजार रुपए तक जुर्माना का अधिकार है। ग्रामीणों का झगड़ा सुलझाने का भी हक है। ग्राम कचहरी निंकुश न हो जाये इसकें लिए यह प्रावधान किया गया है कि ग्राम कचहरी को करावास की सजा देने का कोई अधिकार नहीं है।
अपील- ग्राम कचहरी की न्यायपीठ के किसी आदेश या निर्णय के विरूद्ध अपील आदेश पारित होने के 30 दिनों के भीतर ग्राम कचहरी में पूर्ण न्यायपीठ के समक्ष दायर की जायेगी, जिसमें 7 पंचों से गणापूर्ति होगी। ग्राम कचहरी के पूर्ण पीठ के न्याय निर्णय के विरूद्ध आदेश पारित होने के 30 दिनों के अन्दर सिविल मामले में अवर न्यायाधीश के समक्ष एवं आपराधिक मामले में जिला एवं सत्र न्यायाधीश के समक्ष दायर की जायेगी।
पुलिस एवं न्यायपालिका की भूमिका - धारा-113 के अन्तर्गत ग्राम कचहरी के न्यायपीठ द्वारा विचारणीय कोई अपराध किये जाने की स्थिति में किसी थाना पदाधिकारी को दिये गये प्रत्येक सूचना की जानकारी ग्राम कचहरी की न्यायपीठ को, जिसके सीमा क्षेत्र में अपराध किया गया है, ऐसी सूचना की प्राप्ति के 15 दिनों के अन्दर दी जायेगी। आशय यह है कि ग्राम कचहरियों के अधिकार क्षेत्र के मामले में पुलिस के द्वारा कार्रवाई न कर उन्हें ग्राम कचहरियों के द्वारा सुलझा लिये जाने की व्यवस्था पुलिस के द्वारा भी सुनिश्चित किया जाय।
दण्डाधिकारी या मुंसिफ के न्यायालय के समक्ष लंबित किसी मामले में किसी स्तर पर यदि संज्ञान में यह आता है कि मामला ग्राम कचहरी के न्यायपीठ के द्वारा विचारणीय है, तो यथास्थिति संबंधित न्यायालय तुरंत ऐसे मामले या वाद को ग्राम कचहरी को अन्तरित कर देगा।
ग्राम कचहरी में इन 40 धाराओं में होगी सुनवाई
धारा |
विषय |
---|---|
140 |
थलसेना, नौसेना या वायुसेना की पोशाक पहन लोगों को ठगना |
142-143 |
गैरकानूनी तरीके से लगाए गए जमघट में शामिल होना |
145 |
सरकारी आदेश के बावजूद गैरकानूनी जमघट में बने रहना |
153 |
दंगा-बलवा करने का दोषी पाए जाने पर |
160 |
सार्वजनिक स्थल पर झगड़ा या हंगामा |
172 |
सम्मन या आदेश के तामिला के डर से फरार हो जाना |
174 |
सम्मन पर जानबूझ कर निश्चित स्थान व समय पर न आना |
178 |
सत्य कथन के लिए शपथ लेने से इनकार करना |
179 |
लोकसेवक द्वारा सवाल पूछने पर उत्तर नहीं देना या इनकार करना |
269 |
ऐसा काम जिससे छूआछूत की बीमारी फैल जाए |
277 |
सार्वजनिक तालाब या जलस्रोत के पानी को गंदा करना |
283 |
आम रास्ते पर आने-जाने में बाधा पैदा करना |
285 |
आग लेकर या पकड़ कर मानव जीवन को खतरे में डालना |
286 |
बम या विस्फोटक पदार्थ के संबंध में उपेक्षापूर्ण आचरण |
289 |
किसी पशु से संकट पैदा हो और उसे संभालने का इंतजाम नहीं करना |
290 |
सार्वजनिक स्थान पर उपद्रव करके लोगों को परेशान करना |
294 |
सार्वजनिक स्थल पर अश्लील कार्य करना या ऐसे गीत गाना |
294 (अ) |
अवैध लॉटरी निकालने के लिए दफ्तर खोलना |
323 |
किसी को जानबूझ कर चोट पहुंचाना |
334 |
अचानक उकसाने या भड़काने पर किसी के साथ मारपीट करना |
338 |
वैसा कार्य जिससे दूसरे के जीवन पर संकट पैदा हो जाए |
341 |
किसी को गलत ढंग से बाधा डालना |
352 |
किसी व्यक्ति पर हमला करना |
356 |
संपत्ति चोरी करने के प्रयास में आपराधिक बल का प्रयोग |
357 |
किसी व्यक्ति को बलपूर्वक रोकने की चेष्टा करना |
358 |
चिढ़ाने के बाद किसी व्यक्ति द्वारा गुस्से में हमला करना |
374 |
किसी को फंसा कर उसकी इच्छा के विरुद्ध काम करवाना |
379-380 |
दस हजार रुपए तक चुराई गई संपत्ति |
403 |
बेईमानी करके किसी दूसरे की चल संपत्ति का उपयोग करना |
426 |
खराब नियत से लोक संपत्ति या निजी संपत्ति को बर्बाद करना |
428 |
खराब नियत से 10 रुपए से अधिक कीमत के पशु को जान से मारना |
430 |
कृषि कार्य के लिए, मनुष्य व पशु के लिए पेयजल की कमी पैदा करना |
447 |
दूसरे की संपत्ति में बिना पूछे या जबरदस्ती आपराधिक उद्देश्य से घुसना |
448 |
किसी के घर में बिना अधिकार के आपराधिक उद्देश्य से घुसना |
502 |
मानहानि विषय से संबंधित सामान रखना या बेचना |
504 |
लोक शांति को भंग करना |
506 |
जान से मारने या घायल करने अथवा आर्थिक नुकसान की धमकी |
510 |
शराब पीकर सार्वजनिक स्थल पर परेशान करना |
General Awareness
Rochak Jankari
- asked 4 years ago
- B Butts