मानवाधिकार दिवस | Human Rights Day
मानव अधिकार दिवस
पुरे विश्व में हर वर्ष 10 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस मनाया जाता है, पर हमें पता होना चाहिए की आज भी मेरे देश के सभी नागरिक को ये मालूम नहीं है की वास्तव में संबिधान ने उन्हें क्या - क्या अधिकार दिया है, और वे इन अधिकारो को किस तरह अपने हक और इंसाफ के लिए अपने आवाज बनाने में सक्षम हो सकते है|
मानवाधिकार दिवस हम पिछले 71 वर्षो से पुरे विश्व में मना रहे है पर अभी भी सभी नागरिक को इसकी सम्पूर्ण जानकारी नहीं होने की मात्र एक ही कारण है की जिस व्यक्ति को इसकी जानकारी है वो दुसरो तक इसे सही तरीके से नहीं पंहुचा पते है| तो आइये जानते है क्या है मानवाधिकार, इस दिवस को कब से मना रहे है, और इनके जानने से नागरिक को किस तरह के फायदे है|
मानवाधिकार मनुष्य के वे मूलभूत सार्वभौमिक अधिकार हैं जिनसे मनुष्य को नस्ल, जाति, राष्ट्रीयता, धर्म, लिंग आदि किसी भी दूसरे कारक के आधार पर वंचित नहीं किया जा सकता। सभी व्यक्तियों को गरिमा और अधिकारों के मामले में जन्मजात स्वतंत्रता और समानता प्राप्त है।
वास्तव में प्रत्येक व्यक्ति को ऐसे जीवनस्तर को प्राप्त करने का अधिकार है, जो उसे और उसके परिवार के स्वास्थ्य, कल्याण और विकास के लिए आवश्यक है। मानव अधिकारों में आर्थिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक अधिकारों के समक्ष समानता का अधिकार एवं शिक्षा का अधिकार आदि नागरिक और राजनीतिक अधिकार भी सम्मिलित हैं।
सबसे पहले 10 दिसंबर 1948 में पहली बार संयुक्त राष्ट्र ने मानवाधिकारों को अपनाने की घोषणा की। हालांकि आधिकारिक तौर पर इस दिन की घोषणा वर्ष 10 दिसंबर, 1950 में की गई। संयुक्त राष्ट्र ने सभी देशों को 1950 में आमंत्रित किया, जिसके बाद असेंबली ने 423 (V) रेज्योल्यूशन पास कर सभी देशों और संबंधित संगठनों को इस दिन को मनाने की सूचना जारी की थी।
मानवाधिकार दिवस मनाने का मकसद लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है। मानवाधिकार में स्वास्थ्य, आर्थिक सामाजिक, और शिक्षा का अधिकार भी शामिल हैं। मानवाधिकार वे मूलभूत अधिकार हैं जिनसे मनुष्य को नस्ल, जाति, राष्ट्रीयता, धर्म, लिंग आदि के आधार पर प्रताड़ित नहीं किया जा सकता और उन्हें देने से वंचित नहीं किया जा सकता।
मानवाधिकार दिवस को मनाने के कारण और उद्देश्य
मानव अधिकार दिवस मनुष्य के लिए वास्तविक अधिकार प्राप्त करने के लिए दुनिया भर में लोगों द्वारा मनाया जाता है। यह दिन दुनिया भर में लोगों के शारीरिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक और कल्याण में सुधार करने के लिए मनाया जाता है। इसे मनाने के कुछ महत्वपूर्ण उद्देश्य और कारण निम्न है:
- दुनिया भर के लोगों के बीच में मानव अधिकारों के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देना।
- समग्र मानव अधिकारों की स्थिति में प्रगति के लिये संयुक्त राष्ट्र महासभा के प्रयासों पर जोर देना।
- एक साथ मानव अधिकारों के विशिष्ट मुद्दों को उजागर करने के लिए सहयोग और चर्चा करना।
- इस कार्यक्रम में अल्पसंख्यक समूहों जैसे: महिलाओं, नाबालिगों, युवाओं, गरीबों, विकलांग व्यक्तियों और आदि अन्य को राजनीतिक निर्णय लेने में भाग लेने और मनाने के लिये प्रोत्साहित करना।
क्या हैं मुख्य मानवाअधिकार
मानव अधिकार का अर्थ उन मूल अधिकारों से है, जो सभी को समान रुप से जीवन जीने, स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और एक समान व्यवहार की प्राप्ति का अधिकार प्रदान करता है। ऐसे में कुछ ऐसे मौलिक अधिकार है जो हर व्यक्ति के लिए आवश्यक है, यह नियम कानून युद्ध बंदियों, कैदियों से लेकर सामान्य नागरिकों तक के लिए बनाए गये है।
- बोलने की आजादी
- आजादी और सुरक्षा का अधिकार
- आर्थिक शोषण के खिलाफ आजाव उठाने का अधिकार
- रंग, नस्ल, भाषा, धर्म के आधार पर समानता का अधिकार
- कानून के सामने समानता का अधिकार
- कानून के सामने अपना पक्ष रखने का अधिकार
- अभिव्यक्ति की आजादी का अधिकार
मानव अधिकार दिवस के विषय (थीम)
- 2012 में मानव अधिकार दिवस के लिए थीम "समावेशन और सार्वजनिक जीवन में भाग लेने का अधिकार” और मानव अधिकारों की सार्वभौम घोषणा" था।
- 2013 में मानव अधिकार दिवस के लिए थीम "20 साल: अपने अधिकारों के लिए काम” था।
- 2014 में मानव अधिकार दिवस के लिए थीम "मानवाधिकार के माध्यम से जीवन को बदलने के 20 साल" था।
- 2015 में मानव अधिकार दिवस के लिए थीम "हमारा अधिकार, हमारी स्वतंत्रता, हमेशा" था।
- 2016 में मानव अधिकार दिवस के लिए थीम "आज किसी के अधिकारों के लिए खड़ा था"।
- 2017 में मानव अधिकार दिवस के लिए थीम "चलो समानता, न्याय और मानव गरिमा के लिए खड़े हो जाओ" था।
- 2018 का थीम "मानवाधिकार के लिए खड़े हों (Stand Up For Human Rights)" था।
- 2019 का थीम "स्थानीय भाषा का साल: मानवाधिकार संस्कृति को बढ़ावा देना और मजबूती प्रदान करना" था।
- 2020 का थीम "रिकवर बेटर - स्टैंड अप फॉर ह्यूमन राइट्स" था।
important day
Rochak Jankari
- asked 3 years ago
- B Butts