जाने पद्मासन करने का सही तरीका और इससे होने बाले फायदे | Benefits of Padmasana
हमारा देश आदिकाल से ही योग को सर्वोपरि माना है, क्योकि योग हमारे आध्यात्मिक और शारीरिक विकाश के लिए महत्त्वपूर्ण माना गया है| आइये आज हम बात करते है पद्मासन योग के बारे में जो हमारे लिए बहुत ही फायदेमंद है|
कमल या पद्म का उपयोग भारत में आदिकाल से ही धर्म और काल के महत्वपूर्ण प्रतीक चिह्न के रूप में होता रहा है। सदियां बीतने के बाद भी कमल को वैराग्य, पुनर्जन्म, सुंदरता, शुद्धता, आध्यात्मिकता, निर्वाण, धन-संपदा और लौकिक नवीनीकरण का प्रतीक माना जाता है।
अगर आप लंबे समय तक कुर्सी, सोफा या बेड पर बैठे-बैठे काम करते हैं तो एक्सरसाइज करना या योग का अभ्यास करना आपके लिए जरूरी हो जाता है। इसलिए हर रोज कम से कम 30 मिनट के लिए एक्सरसाइज करना जरूरी है। योग जो कि ना केवल आपके शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। अगर आप योग का अभ्यास करते हैं तो आप जानते होंगे कि यह किस तरह आपको रिलैक्स करने में मदद करता है।
पद्मासन एक सिटींग पोज़ है। पद्मासन शब्द दो अलग शब्दों से मिलकर बना है। पद्मासन में पहला शब्द पद्म है, जिसका अर्थ कमल होता है। जबकि दूसरा शब्द आसन है, जिसका अर्थ बैठना होता है। पद्मासन में योगी ऐसी स्थिति में बैठता है जैसे कमल का फूल। जब कोई योगी या ऋषि ध्यान करते हैं तो वे आमतौर पर हमेशा पद्मासन में ही बैठकर ध्यान किया करते हैं। बैठ कर किए जाने वाले सभी आसनों में यह सबसे अच्छा आसन है। यह योग में एक प्राचीन आसन है जो हठ योग से भी पहले के समय से किया जाता है। हिंदू, तंत्र, जैन और बौद्ध परंपराओं में ध्यान किए जाने के लिए इस आसन को व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।
पद्मासन के फायदे (Benefits of Padmasana)
दिमाग को शांत करे :- दिमाग को शांत करने के लिए और मन को स्थिर रखने के लिए आप इस आसन में बैठकर ध्यान कर सकते हैं। यह आपको रिलैक्स करने में और तनाव को दूर रखने में मदद करेगा।
पाचन को बेहतर करे :- अगर आपको पाचन से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है तो इस आसन का नियमित अभ्यास आपकी मदद कर सकता है क्योंकि यह आपके एब्डोमेन ऑर्गन को मसाज करके उन्हें बेहतर तरीके से काम करने में मदद करता है जिससे पाचन बेहतर होता है।
ब्लड प्रेशर को रेगुलर करे :- ब्लड प्रेशर की समस्या को कम करने के लिए यह आसन बढ़िया है। इस आसन का अभ्यास आपके ब्लड प्रेशर को नियमित करने में मदद करता है। इसलिए आप इस आसन का अभ्यास कर सकते हैं।
पीरियड क्रैम्प्स को कम करे :- हर महीने सभी महिलाओं को पीरियड क्रैम्प्स का सामना करना पड़ता है। इस समस्या से राहन पाने के लिए पद्मासन का अभ्यास फायदेमंद हो सकता है। पद्मासन पेल्विक एरिया की मसल्स को मसाज करता है और इन्हें स्ट्रेच करके आपको आराम देता है।
हिप्स को स्ट्रेच करे :- हिप्स की मसल्स को अच्छा स्ट्रेच देने के लिए यह एक अच्छा आसन है। अगर आप लंबे समय तक बैठे रहते हैं तो इस आसन का अभ्यास लाभकारी होता है।
अलौकिक ऊर्जा प्राप्त करने :- योगी इस आसन को अलौकिक ऊर्जा प्राप्त करने, मेडिटेशन या ध्यान करने, चक्र या कुंडलिनी को जाग्रत करने के लिए करते हैं।
पद्मासन करने का सही तरीके (How to do Padmasana)
- जमीन पर या फर्श पर चटाई बिछाकर बैठ जाएं और अपनी कमर को सीधा रखें।
- दाएं घुटने को मोड़ें और बाईं जांघ पर रखें। सुनिश्चित करें कि पैरों का तलवा ऊपर की ओर हो और एड़ी पेट के करीब हो।
- अब, दूसरे पैर के साथ भी यही स्टेप दोहराएं।
- दोनों पैरों को क्रॉस करके विपरीत जांघों पर रखने के साथ-साथ अपने हाथों को घुटनों पर मुद्रा स्थिति में रखें।
- सिर और कमर को सीधा रखें।
- धीरे-धीरे लंबी और गहरी सांस लें।
- जितनी देर हो सकें, इस मुद्रा में रहें और फिर सामान्य स्थिति में वापस आ जाएं।
पद्मासन के समय ये सावधानियां बरतें (Precautions for Padmasana)
अगर आपको घुटनों या कमर में कोई चोट लगी है तो आपको इस मुद्रा के अभ्यास से बचना चाहिए। सुनिश्चित करें कि आप लोटस पोज़ में बैठने से पहले ठीक से वार्म-अप कर चुके हैं साथ ही ध्यान रखें कि आपके पैरों को आपकी जांघों के ऊपर तक लाने के लिए जो आवश्यक रोटेशन चाहिए, वो आपके कूल्हों से आना चाहिए न कि आपके घुटनों से।
अगर अभ्यास के दौरान आपको दर्द महसूस हो रहा है या आपके घुटने को ट्विस्ट हो रहे हैं तो धीरे से इस मुद्रा से बाहर आ जाएं। शुरुआत में इस पद्मासन का अभ्यास किसी अच्छे शिक्षक या योग गुरु के मार्गदर्शन में ही करें। ये आसन देखने में बहुत आसान लगता है लेकिन है नहीं।
Note : - पद्मासन का अभ्यास सुबह के वक्त ही किया जाना चाहिए। लेकिन अगर आप शाम के वक्त ये आसन कर रहे हों तो जरूरी है कि आपने भोजन कम से कम 4 से 6 घंटे पहले कर लिया हो। ये भी सुनिश्चित करना जरूरी है कि आसन करने से पहले आपने शौच कर लिया हो और पेट एकदम खाली हो।
Health Desk
Yoga
- asked 3 years ago
- B Butts