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खाना खाने के बाद सॉफ और मीठा खाने के अद्भुत फायदे |

खाना खाने के बाद सौंफ और मीठा खाना हमारे परंपरा में बहुत पहले से ही शामिल है| पर हम इसे क्यू खाते है और इसे  खाने से क्या लाभ  होता है ये बाते  बहुत ही कम लोग जानते है|  आइये आज इस ब्लॉग में हम जानने की कोशिश करते है की क्या ये बस एक परंपरा  है या इसके फायदे भी है और वो फायदे कौन कौन से है |

 

सौंफ के साथ मिश्री खाने से  भोजन करने की पूर्ण संतुष्टि हमारे शरीर और मन को प्राप्त होती है। इससे मानसिक एकाग्रता बढ़ाने में मदद मिलती है। सौंफ के साथ मिश्री खाने से मिश्री यानी शुगर की बहुत सीमित मात्रा जब सौंफ के साथ शरीर में जाती है तो वह शारीरिक तौर पर शिथिलता का अहसास नहीं होने देती है। क्योंकि भोजन करने के बाद हम सभी को कुछ समय के लिए बहुत आलस आता है। सौंफ और मिश्री का सेवन हमें उस आलस से बचाता है।

सौंफ हमारे पाचन के लिए भी बेहतरीन होती है। इसलिए जब भोजन के बाद सौंफ खाई जाती है तो पाचन आसान हो जाता है। गैस की समस्या नहीं होती और पेट में भारीपन नहीं होता। इन सब बातों का अर्थ ऐसा नहीं है कि सौंफ खाने से सिर्फ पेट ही ठीक रहता है। सौंफ संग मिश्री खाने से शरीर और मन दोनों को ही लाभ होता है।

 

  1. भोजन के बाद रोजाना 10 ग्राम सौंफ और मीठा लेने से कॉलेस्ट्रोल काबू में रहता है।
  2. सौंफ के पावडर को शकर के साथ बराबर मिलाकर लेने से हाथों और पैरों की जलन दूर होती है।
  3. पांच-छे ग्राम सौंफ लेने से लीवर और आंखों की रोशनी ठीक रहती है। अपच संबंधी विकारों में सौंफ बेहद उपयोगी है।
  4. दो कप पानी में उबली हुई एक चम्मच सौंफ को दो या तीन बार लेने से अपच और कफ की समस्या समाप्त होने में मदद मिलती है।
  5. अस्थमा और खांसी के उपचार में भी सौंफ का सेवन सहायक है।
  6. बादाम, सौंफ और मिश्री को समान मात्रा में पीस लें. रोज रात को और दोपहर में खाना खाने के बाद इसका सेवन करने से स्मरण शक्त‍ि बढ़ती है.
  7. सौंफ खाने से आंखों की ज्योति भी बेहतर होती है. आप चाहें तो इसे मिश्री के साथ भी ले सकते हैं.
  8. खाली पेट सौंफ खाने से खून साफ होता है और त्वचा में चमक आती है.
  9. अगर आपके मुंह से दुर्गंध आती है तो नियमित रूप से दिन में तीन से चार बार आधा चम्मच सौंफ चबाएं. ऐसा करने से मुंह से बदबू आना बंद हो जाएगी.
  10. कफ और खांसी होने पर भी सौंफ खाना फायदेमंद होता है।
  11. अगर पीरियड्स अनियमित है तो गुड़ के साथ सौंफ खाने से मासिक धर्म नियमित होने लगते है।
  12. यह शिशुओं के पेट और उनके पेट के अफारे को दूर करने में बहुत उपयोगी है।
  13. एक चम्मच सौंफ को एक कप पानी में उबलने दें और 20 मिनट तक इसे ठंडा होने दें। इससे शिशु के कॉलिक का उपचार होने में मदद मिलती है। शिशु को एक या दो चम्मच से ज्यादा यह घोल नहीं देना चाहिए।

सौंफ में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो स्वस्थ रहने के लिए बहुत जरूरी होते हैं सौंफ का सबसे बड़ा फायदा तो यह है कि यह याददाश्त बढ़ाता है और शरीर को ठंडा रखता है. सौंफ में कैल्शियम, सोडियम, आयरन और पोटैशियम जैसे कई खनिज तत्व पाए जाते है | 

 

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